जनता
संविधान
संसद
राष्ट्रपति
भारत में राजनीतिक सत्ता का स्रोत जनता है क्योंकि संविधान की प्रस्तावना में लिखित । “ हम भारत के लोग” ... । साथ ही भारत एक लोकतंत्रात्मक राज्य है। अर्थात् भारत में राजसत्ता जनता में निहित है तथा भारतीय संविधान उसकी इच्छा का परिणाम है। लोकतंत्रात्मक राज्य का तात्पर्य ऐसी सरकार से है जिसका समूचा प्राधिकार जनता में निहित होता है और जो जनता के लिए तथा जनता द्वारा स्थापित की जाती है। देश का प्रशासन सीधे राज्य द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है।
Post your Comments