निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर के उत्तर दीजिए। गांधीवाद में राजनीतिक और आध्यात्मिक तत्वों का समन्वय मिलता है। यही इस वाद की विशेषता है। आज संसार में जितने भी वाद प्रचलित हैं वह प्राय: राजनीतिक क्षेत्र में सीमित हो चुके हैं। आत्मा से उनका सम्बन्ध-विच्छेद होकर केवल बाह्य संसार तक उनका प्रसार रह गया है। मन की निर्मलता और ईश्वर निष्ठा से आत्मा को शुद्ध करना गांधीवाद की प्रथम आवश्यकता है। ऐसा करने से नि:स्वार्थ बुद्धि का विकास होता है और मनुष्य सच्चे अर्थों में जन सेवा के लिए तत्पर हो जाता है। गांधीवाद के साम्प्रदायिकता के लिए कोई स्थान नहीं है। इसी समस्या को हल करने के लिए गांधीजी ने अपने जीवन का बलिदान कर दिया था।   उपर्युक्त गद्यांश में गांधीवाद का आधार किसे बताया गया है ?

  • 1

    राजनीतिक और आध्यात्मिक तत्व को

  • 2

    जनसेवा और अध्यात्मिक तत्व को

  • 3

    ईश्वर निष्ठा और मन की निर्मलता को

  • 4

    राजनीतिक अध्यात्म और साम्प्रदायिकता को

Answer:- 1

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