यकृत
अग्न्याशय
तिल्ली
गुर्दा
यकृत मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। यकृत कोशिकाओं से एक क्षारीय रस (पित्त रस) का स्रावण होता है। जिसका PH मान 7.5-8.5 होता है इसमें कोई पाचक एन्जाइम नहीं पाया जाता है पित्त रस का प्रमुख कार्य क्षारीय माध्यम बनाना है तथा वसा का पाचन के लिए इमल्सीकरण करना है। यकृत से प्रतिदिन 700-900 mg पित्त रस का स्रावण होता है।
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