अपराधी की आकृति
अपराधी की सम्भावित लम्बाई
जैविक साक्ष्यों से अपराधी की पहचान
उक्त में से कोई नहीं
डी.एन.ए. फिंगर प्रिटिंग के माध्यम से जैविक साक्ष्यों के द्वारा अपराधी की पहचान की जाती है जिनमें बलात्कार और हत्या के मामले में ये अति सहायक हैं जिसमें अपराधी के बाल, नाखून, वीर्य, पसीना आदि से उसके होने या न होने की पुष्टि की जाती है।
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