केवल 1
केवल 2
1 और 2 दोनों
न तो 1 और न ही 2
प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध हैदरअली और अंग्रेजों के मध्य 1767-69 ई. में हुआ। हैदरअली ने कूटनीतिक तरीके से मराठों को धन देकर और निजाम को प्रदेश का प्रलोभन देकर अपनी ओर मिला लिया। फलस्वरूप यह युद्ध अंग्रेज एवं हैदरअली के मध्य लड़ गया जिसमें अंग्रेज बुरी तरह पराजित हुए और उऩ्हें हैदरअली की शर्तो पर अपमानजनक मद्रास की संधि ( 4 अप्रैल 1769 ई.) करनी पड़ी। अतः कथन-। अर्थात प्रथम आग्ल-मैसूर युद्ध में मराठे और निजाम, हैदर अली के विरूद्ध अंग्रेजों के साथ थे गलत है। द्तीय आंग्ल मैसूर युद्ध वर्ष 1780 में अंग्रेजों और हैदर अली के मध्य प्रारम्भ हुआ। प्रारम्भ में मराठा व निजाम ने हैदर अली के साथ त्रुगट संघ का निर्णाम कर अंग्रेजों के विरूद्ध युद्ध किया, परन्तु अंग्रेज सेनापति आयरकूट ने कूटनीति का प्रयोग कर मराठों तथा निजाम को अपने पक्ष में कर लिया। अतः कथन-2 अर्थात दतीय आंग्ल-मैसूर युद्ध में मराठों और निजाम ने अंग्रेजों के विरूद्ध हैदर अली का साथ दिया सत्य नहीं है
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