घास
साँप
मेंढक
टिड्डा
खाद्य श्रृंखला के स्रोत पौधों से आरंभ होकर दूसरे को भोजन बनाने और दूसरे को भोजन बनने की प्रक्रिया में ऊर्जा का स्थानांतरण ही खाद्य श्रृंखला कहलता है। खाद्य श्रृंखला की हर कडी पर ऊर्जा का ह्रास होता है। किसी खाद्य श्रृंखला में एक प्राणी उसे प्राप्त होने वाली कुल ऊर्जा का मात्र 10% ही आगे प्रसारित करता है। इस प्रकार खाद्य श्रृंखला में अंत में होने वाले प्राणी में ऊर्जा की मात्रा न्यूनतम होगी। घास उत्पादक है, घास को टिड्डा खाता है। टिड्डा को मेढक खाता है, मेढक को सांप खाता है, अतः सांप को भोजन से कम ऊर्जा मिलती है।
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