अनुसूचित बैंकों द्वारा RBI से ऋण लेना
वाणिज्यिक बैंकों द्वारा उद्योग और व्यापार क्षेत्रों को ऋण देना
RBI द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों का क्रय और विक्रय
उपर्युक्त में से कौन नहीं
खुले बाजार की क्रियाओं से आशय केन्द्रीय बैंक द्वारा बाजार में प्रतिभूतियों, ऋण पत्रों तथा बिलों के क्रय विक्रय से है। केन्द्रीय बैंक द्वारा प्रतिभूतियों को बेचने से बाजार में मुद्रा की मात्रा कम हो जाती है जिससे साख का सन्तुलन होता है और प्रतिभूतियों के खरीद जाने से बाजार में मुद्रा की मात्रा बढ़ती है तथा साख का विस्तार हो जाता है।
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