नाभिकीय रिएक्टर में कोई श्रृंखला अभिक्रियान्वित नहीं होती जबकि परमाणु बम में होती है
नाभिकीय रिएक्टर में श्रृंखला का अभिक्रियान्वयन नियंत्रित होता है
नाभिकीय रिएक्टर में श्रृंखला का अभिक्रियान्वयन नियंत्रित नहीं होता है
परमाणु बम नाभिकीय संलयन पर आधारित है जबकि नाभिकीय रिएक्टर में नाभिकीय विखण्डन होता है
नाभिकीय विखण्डन की खोज सर्वप्रथम जर्मन वैज्ञानिक ऑटोहॉन एवं स्ट्रासमैन द्वारा 1939 में की गई। जब किसी अस्थायी भारी नाभिक पर उच्च ऊर्जा वाले न्यूट्रॉन की बमबारी की जाती है तो वह लगभग द्रव्यमान वाले दो नाभिकों में विभक्त हो जाता है । इस प्रक्रिया को 'नाभिकीय विखण्डन' कहा जाता है। विखण्डन में उत्पन्न न्यूट्रॉनों का मन्दकों द्वारा अवशोषण किया जाता है, फलत: श्रृंखला अभिक्रिया नियंत्रित हो जाती है। नाभिकीय रिएक्टर में इसी सिद्धांत का पालन किया जाता है। नाभिकीय विखण्डन का उपयोग परमाणु बम बनाने में भी किया जाता है।
Post your Comments