2 एवं 4
1,2 एवं 4
2,3 एवं 4
1,2 एवं 3
जैविक उवर्रक ने केवल वायुमण्डीलय N2 के स्थिरीकरण और फास्फोरस को घुलनशील बनाने में अपना योगदान करते हैं बल्कि विविध वृद्धि हार्मोन और अम्लों के निर्माण के द्वारा पौधों की वृद्धि एवं विकास में सहायक होने के साथ ही साथ मुद्रा की भौतिक अवस्था में सुधार का भी कार्य करते हैं। जैव उर्वरक को निम्न श्रेणियों में विभक्त किया जा सकता है- 1. नील हरित शैवाल और एजोला, 2. एजोटोबैक्टर तथा एजोस्पाइरिलम या एजोला, 3. राइजोबियम।
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