तीसरी दुनिया में वृद्धों की जनसंख्या में वृद्धि
तीसरी दुनिया में शीघ्रता से बढ़ रही नगरों की जनसंख्या
तीसरी दुनिया में बड़े पैमानेे पर संकटजन्य प्रव्रजन
सोवियत प्रव्रजकों की बाढ़
औपनिवेशिक शासन से मुक्त होने वाले नव स्वाधीन विकासशील देशों को तीसरी दुनियाँ के नाम से जाना जाता है। तीसरी दुनिया के इन देशों में स्वास्थ्य सेवाओं तथा पोषण स्तर में सुधार होने से जहाँ मृत्युदर में तेजी से गिरावट आयी है, वहीं पर इन देशों में जन्मदर स्थिर है। इसके फलस्वरूप इन देशों में नगरीय जनसंख्या में भी तीव्र वृद्धि हुई है, जिससे इन देशों की नगरों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इसी को 'नया जनसंख्या बम' की संज्ञा दी जाती है।
Post your Comments