‘संवाद कौमुदी’ के
‘नवशक्ति’ के
‘युगांतर’ के
‘वंदे मातरम्’ के
राजा राममोहन राय को भारतीय पत्रकारिता का अग्रदूत कहा जाता है। इन्होंने बंगाल भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया तथा स्वयं बंगाल व्याकरण का संकलन किया। इन्होंने 1821 ई, में बंगाली पत्रिका संवाद कौमुदी का प्रकाशन किया। 1822 ई. में मिरात - उल अखबार प्रकाशित किया और अंग्रेजी में ब्रह्मोनिकल मैगजीन भी प्रकाशित की।
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