चाँदनी चौक से पालम तक
दिल्ली से बिहार तक
पेशावर से बिहार तक
पेशावर से वाराणसी तक
इनमें से कोई नहीं
मुगल बादशाह बहादुरशाह जफर के बारे में कहा जाता था कि उसके साम्राज्य की सीमा चाँदनी चौक से पालम तक थी। वास्तव में भारत में ईस्ट इण्डिया के शासन के बाद बहादूरशाह जफर नाम मात्र के शासक रह गए थे, जिनको 1857 के विद्रोह के बाद रंगून (म्यांमार) निर्वासित कर दिया गया था।
Post your Comments