फ्लोराइड
क्लोराइड
नाइट्रेट
आर्सेनिक
ब्ल्यू बेबी सिंड्रोम रोग से बच्चों के प्रभावित होने की संभावना तब होती है, जब जल में नाइट्रेट की मात्रा 10ppm से अधिक होती है। इससे बच्चे के होंठ एवं शरीर का रंग नीला पड़ने लगता है। यह नाइट्रेट हीमोग्लोबिन से क्रिया करके उसकी ऑक्सीजन परिवहन की क्षमता को कम कर देता है, जिससे श्वसन क्रिया सुचारू रूप से सम्पादित नहीं हो पाती है। ब्लू बेबी सिंड्रोम (मिथेमोग्लोबिनोमिया) शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन करने की रक्त की क्षमता के घटने का परिणाम होता है। पेय जल में नाइट्रेट की अधिकता इसका सबसे आम कारण है।
Post your Comments