1) कंपनी में तैयार माल की वस्तु सूची अनुपातहीन रुप से बढ़ेगी।
2) कंपनी की बिक्री में वृद्धि होगी, परंतु इसकी लाभप्रदता प्रभावित होगी।
3) कंपनी से अगले वर्ष उच्च बिक्री और लाभ कमाने की उम्मीद है।
4) बेची गई इकाइयों में वृद्धि होगी, परंतु कुल बिक्री राजस्व में कमी आएगी।
Post your Comments