स्कूल के अनुभवों को बच्चे के अनुभव से सम्बंधित होना चाहिए ।
संज्ञान का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत बच्चे स्वयं हैं।
समीपस्थ विकास का क्षेत्र पाठ्यक्रम एवं पाठ-योजना के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य कर सकता है ।
स्कूली शिक्षण एक सार्थक संदर्भ में होना चाहिए और अधिगम क्षेत्र से अलग नहीं होना चाहिए और ज्ञान बच्चों को 'वास्तविक दुनिया' में विकसित करता है ।
Post your Comments