जीन पियाजे के अनुसार बच्चे अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था में -

  • 1

    संरक्षण, वर्गीकरण व श्रेणीबद्धता करने में सक्षम नहीं है ।

  • 2

    प्रतीकात्मक और सांकेतिक खेलों में भाग लेना प्रांरभ करते हैं।

  • 3

    परिकल्पित निगमनात्मक तर्क और प्रतिज्ञप्ति चिंतन करने में समर्थ हैं।

  • 4

    केंद्रीकरण और अनुत्क्रमणीय सोच से आबद्ध हैं।

Answer:- 4

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book