हिंदी भाषा की पाठ्य-पुस्तकों में हिंदीतर भाषाओं की रचनाओं को भी स्थान मिलना चाहिए ताकि-

  • 1

    बच्चे हिंदीतर भाषाओं पर अपनी पकड़ बना सकें।

  • 2

    बच्चे हिंदीतर भाषाओं के व्याकरण से परिचित हो सकें।

  • 3

    बच्चों को हिंदीतर रचनाकारों की जानकारी मिल जाए।

  • 4

    बच्चे हिंदीतर रचनाओं की भाषिक विशेषताओं से परिचित हो सकें।

Answer:- 4

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book