विद्यार्थियों को संख्याओं और संख्याओं पर होने वाली संक्रियाओं का संचालन करने में निपुण करना।
विद्यार्थियों में सामान्यीकरण क्षमता का विकास करना।
विद्यार्थियों मे सुव्यवस्थित तर्कण को प्रोत्साहित करना।
विद्यार्थियों में कथन की सत्यता और असत्यता को प्रमाणित करने की योग्यता का विकास करना।
Post your Comments