गणितीय ज्ञान के उत्पादन में अंतर्ज्ञान की कोई भूमिका नहीं है।
गणितीय कथन प्रतिबंधित हो सकते हैं।
गणित की पुस्तकों में दी गई सभी प्रमेयों की उपपत्ति से ही गणित बनता है।
एक व्यक्ति जो कि अंकगणितीय परिकलन में अच्छा है वह गणित में भी अच्छा होगा और विलोमत: भी यह सत्य होगा ।
Post your Comments