कार्बन क्रेडिट प्रणाली क्योटो प्रोटोकॉल के संयोजन में सम्पुष्ट की गई थी।
कार्बन क्रेडिट उन देशों या समूहों को प्रदत्त की जाती है, जो ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन घटाकर उसे उत्सर्जन अभ्यंश के नीचे ला चुके होते हैं।
कार्बन क्रेडिट का लक्ष्य कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में ही रही वृद्धि पर अंकुश लगाना है।
कार्बन क्रेडिट का क्रय-विक्रय संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के द्वारा समय – समय पर नियत मूल्यों के आधार पर किया जाता है।
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