“जहँ-तहँ मज्जा माँस रुचिर लखि परत बगारे।
जित-जित छिटके हाड़, सेत कहुँ, कहुँ रतनारे।।”
इस अवतरण में है -

  • 1

    वीभत्स रस

  • 2

    अद्भुत रस

  • 3

    भयानक रस

  • 4

    हास्य रस

Answer:- 1

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book