भारत में कृषि के संदर्भ में सामाचारों में आने वाले जीन अनुक्रमण (जिनोम सीक्वेंसिंग) की तकनीक का आसन्न भविष्य में किस प्रकार उपयोग किया जा सकता है ? 1. विभिन्न फसली पौधों में रोग प्रतिरोध और सूखा सहिष्णुता के लिए आनुवांशिक सूचकों का अभिज्ञान करने के लिए जीनोम अनुक्रमण का उपयोग किया जा सकता है। 2. यह तकनीक फसली पौधों की नई किस्मों को विकसित करने में लगने वाले आवश्यक समय को घटाने में मदद करती है। 3. इसका प्रयोग, फसलों में पोशी-रोगाणु संबंधों को समझने के लिए किया जा सकता है। नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

  • 1

    केवल 1

  • 2

    केवल 2 और 3

  • 3

    केवल 1 और 3

  • 4

    1,2, और 3

Answer:- 4

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