ठंडी लहरों को आसमान से पृथ्वी तक उतरने से रोकते हैं।
पृथ्वी से छोड़ी गई ऊष्मा को परावर्तित करते हैं।
ऊष्मा बनाते हैं और इसे पृथ्वी की ओर विकसित करते हैं।
वायुमंडल से ऊष्मा का अवशोषण करते हैं और इसे पृथ्वी की ओर भेजते हैं।
सूर्य द्वारा प्राप्त ऊष्मा को पृथ्वी अवशोषित करती है तथा रात में विकिरण द्वारा ऊष्मा उत्सर्जित होती है। ऐसी स्थिति में दिन में पृथ्वी द्वारा प्राप्त की गई और रात में विकसित ऊष्मा को बादल आच्छादित रातों में बादल परावर्तित करते हैं, जिससे स्वच्छ आकाश वाली रातों की अपेक्षा बादल आच्छादित रातें अधिक गर्म होती हैं।
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