समानता का अधिकार
स्वतंत्रता का अधिकार
संवैधानिक उपचार का अधिकार
उपर्युक्त सभी
मौलिक अधिकारों को प्रवर्तित कराने का अधिकार स्वयं मौलिक अधिकार है। मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होने पर अनु. 32 के अन्तर्गत उच्चतम न्यायालय द्वारा 5 (बन्दी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, अधिकार पृच्छा, प्रतिषेध, उत्प्रेषण) प्रकार की रिटे जारी की जा सकती है।
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