कानूनों के समक्ष एक व्यक्ति के रूप में मान्यता का अधिकार
सक्षम न्यायाधिकरण द्वारा प्रतिकार का अधिकार
मनमानी गिरफ्तारी और निर्वासन से स्वाधीनता
कानून के समक्ष समानता का अधिकार
संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में यह कथन था कि संयुक्त राष्ट्र के लोग वह विश्वास करते हैं कि कुछ ऐसे मानवाधिकार है जो कभी छीने नहीं जा सकते। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 10 दिसम्बर 1948 को मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा अंगीकार की थी जिसके अनुच्छेद 6 के तहत हर किसी को हर जगह कानून की निगाह में व्यक्ति के रूप में स्वीकृति प्राप्ति का अधिकार है।
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