“यह इस सभा का प्रयोजन है कि भविष्य में विधायिका और कार्यकारिणी दोनों को ही इस भाग में अधिनियमित इन सिद्धान्तों के लिए केवल आडम्बर नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें सभी कार्यकारिणी और विधायी कार्यवाहियों का आधार बनाया जाना चाहिए जिन्हें आगे चलकर देश के शासन के मामले में प्रयोग किया जा सकता है।” राज्य नीति के निदेशक सिद्धांतों के बारे में ये शब्द________द्वारा कहे गए हैं -

  • 1

    डॉ. भीमराव अम्बेडकर

  • 2

    जवाहरलाल नेहरु

  • 3

    सरदार बल्लभभाई पटेल

  • 4

    डॉ. राजेंद्र प्रसाद

Answer:- 1
Explanation:-

नीति निर्देशक तत्व के सम्बन्ध में महापुरुषों के कथन इस प्रकार है -
“यह इस सभा का प्रयोजन है कि भविष्य में विधायिका और कार्यकारिणी दोनों को ही इस भाग में अधिनियमित इन सिद्धान्तों के लिए केवल आडम्बर नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें उन सभी कार्यकारिणी और विधायी कार्यवाइयों का आधार बनाया जाना चाहिए, जिन्हें आगे चलकर देश के शासन के मामले में प्रयोग किया जा सकता है”।
“लोगों के लिए उत्तरदायी कोई भी मंत्रालय संविधान के भाग-4 में वर्णित उपबन्धों की अवहेलना नहीं कर सकता”। - अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर
“राज्य के नीति निर्देशक तत्व एक ऐसा चेक है, जिसे बैंक की सुविधानुसार अदा किया जाता है”। - के.टी. शाह

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book