वर्ष 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना
वर्ष 1905 में बंगाल का विभाजन
गांधीजी द्वारा खिलाफत आंदोलन को समर्थन
विधान सभाओं में मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्रों और स्थलों का आरक्षण
वर्ष 1909 के मॉर्ले-मिंटो सुधारों का सबसे बुरा पक्ष था मुसलमानों को पृथक अथवा सांप्रदायिक निर्वाचन पद्धति की सुविधा प्रदान करना। इस सुविधा ने कालांतर में भारत के सार्वजनिक-सांप्रदायिक जीवन को विषाक्त कर दिया और अंततः देश के विभाजन के बीजारोपण का काम किया। इसके विषय में जवाहरलाल नेहरु ने कहा था - “इससे उनके चारों ओर एक राजनीतिक प्रतिरोध बन गए जिन्होंने उन्हें शेष भारत से अलग कर दिया और इसने शताब्दियों से आरंभ हुए एकता तथा मिलन की ओर किए गए सभी प्रयत्नों को पलट दिया।”
Post your Comments