किसानों द्वारा 3/20 भू-भाग पर नील की खेती करना
किसानों द्वारा 3/21 भू-भाग पर नील की खेती करना
किसानों द्वारा 3/19 भू-भाग पर नील की खेती करना
उपर्युक्त में से कोई नहीं
19 वीं सदी के आरंभ में गोरे बागान मालिकों ने चम्पारण के किसानों से एक अनुबंध के आधार पर यह विनिश्चित करा लिया था कि उन्हें अपनी जमीन के 3/20 वें भू-भाग में नील की खेती करना अनिवार्य है, जिसे ‘तिनकठिया पद्धति’ के नाम से जाना जाता था। राजकुमार शुक्ल के आग्रह पर वर्ष 1917 में गांधीजी ने चम्पारण सत्याग्रह की शुरुआत की थी।
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