असहयोग आंदोलन के दौरान विदेशी वस्त्रों के लिए जलाए जाने पर किसने महात्मा गांधी को लिखा कि ‘यह निष्ठुर बर्बादी’ है - U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002

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    मदन मोहन मालवीय

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    रबींद्रनाथ टैगोर

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    शौकत अली

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    मोतीलाल नेहरु

Answer:- 2
Explanation:-

रबींद्रनाथ टैगोर आंदोलन एवं विरोध प्रदर्शन के विपरीत रचनात्मक कार्यक्रम को विशेष महत्व प्रदान करते थे जिसके कारण उन्होंने विदेशी वस्त्रों की होली जलाने के विपरीत गांधीजी को रचनात्मक कार्यक्रम अपनाने की बात अपने पत्र में कही। असहयोग आंदोलन के दौरान रबींद्रनाथ टैगोर ने विदेशी वस्त्रों को जलाये जाने को ‘अविवेकी या निष्ठुर बर्बादी’ कहा था।

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