वे ‘दो राष्ट्र सिद्धांत’ के समर्थक थे।
उन्होंने 1940 के मुस्लिम लीग के लाहौर के वार्षिक अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
असहयोग आंदोलन में उन्होंने भाग नहीं लिया था।
वे सदैव डायरी रखते थे।
जिन्ना द्विराष्ट्र सिद्धांत के समर्थक थे। 23 मार्च, 1940 को मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए मुहम्मद अली जिन्ना ने भारत से अलग मुस्लिम राष्ट्र ‘पाकिस्तान’ की मांग की। ‘पाकिस्तान’ प्रस्ताव की रुपरेखा तैयार करने में सर सिंकदर हयात खां, फजलुल-हक एवं खलीकुज्जमां का काफी हाथ था। मुहम्मद अली जिन्ना, असहयोग आंदोलन से सहमत नहीं थे तथा उन्होंने इसमें भाग नहीं लिया था।
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