राजा राममोहन राय
दयानंद सरस्वती
स्वामी विवेकानंद
रामकृष्ण परमहंस
राजा राममोहन राय प्रथम भारतीय थे जिन्होंने सबसे पहले भारतीय समाज में व्याप्त बुराइयों के विरोध में आंदोलन चलाया। उनके नवीन विचारों के कारण ही 19वीं शताब्दी के भारत में पुनर्जागरण का उदय हुआ। राजा राममोहन राय को ‘भारतीय पुनर्जागरण का पिता’,‘भारतीय राष्ट्रवाद का पैगम्बर’,‘अतीत और भविष्य के मध्य सेतु’,‘भारतीय राष्ट्रवाद का जनक’,‘आधुनिक भारत का पिता’,‘प्रथम आधुनिक पुरुष’ तथा ‘युगदूत’ कहा गया।
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