भगवती सूत्र
आदिपुराण
कल्पसूत्र
उवासग दसाओं
चौथी सदी ई.पू. के आस-पास भद्रबाहु द्वारा रचित कल्पसूत्र से महावीर सहित अन्य जैन तीर्थकरों के जीवन वृतान्त प्राप्त होते हैं। संस्कृत में लिखे गये इस ग्रंथ के तीन भाग हैं। प्रथम भाग में 23 जैन तीर्थंकरों के जीवन वृतान्त हैं। दूसरे भाग में जैन भिक्षुओं के लिये नियम तथा तीसरे में जैन गान्धारों का वर्णन है।
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