योगी
रुद्र
पशुपति
कल्याण कर्त्ता
शिव का प्रथम साहित्यक उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। इसमें शिव का उल्लेख ‘रुद्र’ के रुप में है जो उग्रता एवं क्रोध के लिये विख्यात थे। उत्तर वैदिक काल में हमें इनके अन्य नाम शिव, महादेव आदि भी मिलने लगते हैं। तब इनका स्वरुप विनाशकारी के साथ-साथ मंगलकारी भी हो गया।
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