शैवधर्ममतावलम्बी
शाक्त
वैष्णवधर्मी
सूर्यापासक
दक्षिण भारत में 6वीं - 7वीं शताब्दी में नयनारों (शैव संत) का आंदोलन हुआ। शेक्किलार द्वारा रचित पेरियपुराणम नामक ग्रंथ में 63 नयनारों का वर्णन है। इनमें सम्बन्दर, अप्पर, सुन्दरमूर्ति आदि नयनार प्रसिद्ध थे। सुन्दरमूर्ति को तम्बिरानतोलन (ईश्वर मित्र) की उपाधि दी गई।
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