कणिन्द
हिन्द-यवन
कुषाण
गुप्त
मातृदेवी उमा का नाम एवं चित्र कुषाण शासक हुविष्क के ताम्र सिक्कों पर एवं वसुदेव के स्वर्ण सिक्कों पर मिलता है। कुषाण शासकों के स्वर्ण सिक्के रोमन मानक के बराबर होते थे। कुषाणों ने ही सर्व प्रथम शुद्ध सोने के सिक्के चलाये जो 124 ग्रेन के होते थे। हुविष्क के सिक्के पर भारतीय देवी-देवता पहले के कुषाण शासकों से अधिक मिलते हैं। इनमें बुद्ध, शिव, कार्तिकेय, विष्णु, संकर्षण, उमा शामिल है। कुषाणों ने ही सबसे अधिक तांबें के सिक्के जारी किये।
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