स्थूलभद्र
भद्रबाहु
कालकाचार्य
देवर्षि - क्षमा श्रमण
श्वेतांबर के प्रमुख संस्थापक स्थूलभद्र थे।
मोक्ष प्राप्ति हेतु श्वेत वस्त्र त्याग आवश्यक नहीं है।
श्वेतांबर के जीवन में स्त्रियां निर्वाण के योग्य हैं।
केवल प्राप्ति के उपरांत भोजन की आवश्यकता होती है।
यह महावीर को विवाहित मानते हैं और उनकी संताने थी ऐसा उनका मानना है।
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