कौन से अपराध में कोई शरीर की प्राइवेट प्रतिरक्षा का अधिकार मृत्यु कारित करने तक नहीं है -

  • 1

    वह हमला जिसका परिणाम मृत्यु होगा

  • 2

    वह हमला जिसका परिणाम व्यपहरण होगा

  • 3

    वह हमला जिसका परिणाम उपहति होगा

  • 4

    उपर्युक्त सभी

Answer:- 3
Explanation:-

धारा 100 के अनुसार, वर्णित स्थितियों में, निजी प्रतिरक्षा के प्रयोग में किसी अतिचारी की मृत्यु कारित की जा सकती है - 1. हमला जिसका परिणाम मृत्यु होगा, 2. हमला जिसका परिणाम घोर उपहति होगा, 3. हमला जिसका परिणाम बलात्संग होगा, 4. हमला जिसका परिणाम प्रकृति विरुद्ध काम तृष्णा है, 5. व्यपहरण/अपहरण के लिए हमला, 6. किसी सदोष परिरोध के आशय से हमला, जब लोक अधिकारी से सहायता प्राप्त न की जा सकती है। 7. अम्ल हमला जिससे उपहति हो सकेगी।

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