धारा 105
धारा 107
धारा 109
धारा 113
उकसाता – अवैध कार्य के लिए
एक या एक से अधिक व्यक्तियों के साथ षड्यंत्र में शामिल होना।
साशय सहायता करना।
यदि विधि द्वारा बताने के लिए आबद्ध किसी तथ्य को जानबूझ कर छुपाना दुष्प्रेरण की श्रेणी में आता है।
विवेक धारा 76 के अनुसार अपराधी नहीं होगा सुरेश दुष्प्रेरक होगा क्योंकि उसने जान बूझकर महेश को पकड़वाया है, जबकि वह निर्दोष था।
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