पुत्ताबाई
सववर बाई
सोयराबाई
उपर्युक्त में से कोई नहीं
शिवाजी की पत्नियों में पुत्ताबाई सती हुई थी। पुत्ताबाई के सम्बन्ध में यह तथ्य उल्लेखनीय कि वे शिवाजी की विभिन्न पत्नियों में अकेली थीं जिन्होंने 12 अप्रैल, 1680 में शिवाजी की मृत्यु के पश्चात् स्वयं को सती कर मृत्यु का वरण किया।
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