कृष्णदेव राय : मनुचरित
बुक्का प्रथम : वैदिक मंग्ग प्रवर्तका
अल्लासानी पेद्दन्ना : अमुक्त माल्यद
गंगादेवी : अमरशतक
1377 ईस्वी में बुक्का प्रथम ने मदुरा को जीतकर अपने साम्राज्य में शामिल कर लिया तथा ‘वेदमार्ग प्रतिष्ठापक’ की उपाधि धारण की। अल्लासानी पेद्दना ने ‘मनुचरित’ तथा कृष्णदेव राय ने ‘आमुक्त माल्यद’ की रचना की। गंगा देवी बुक्का प्रथम के पुत्र कम्पन की पत्नी थी जिसने ‘मुदराविजयम्’ नामक पुस्तक की रचना की।
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