नागभट्ट I
महेन्द्रपाल
मिहिरभोज I
महिपाल
मिहिरभोज की प्रशंसा अरब यात्री सुलेमान में करता है तथा इसे वरुआ कहता है। सुलेमान के अनुसार मिहिरभोज मुसलमानों का घोर शत्रु था इसने पश्चिम में अरबो के प्रसार को रोका था। मिहिरभोज ने आदि वराह की उपाधि धारण की थी।
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