मनुची
बारबोसा
रॉल्फ फिंच
बर्नियर
बर्नियर ने अपनी पुस्तक हिस्ट्री ऑफ द लेट रिवेलियन इन द स्टेट्स ऑफ द ग्रेट मुगल में शाहजहाँ के काल में हुये उत्तराधिकार के युद्ध का वर्णन किया है। यह शाहजहाँ के दरबार में फ्रांसिसी चिकित्सक था। इसने देवराई के युद्ध (1659) के बाद दारा शिकोह के विषय में लिखा की - “दारा शिकोह को न्यायधीशों का एक कोर्ट ने मृत्यु दण्ड दे दिया। दारा के शव को दिल्ली के सड़कों पर घुमाया गया और अन्त में उसे हुमायूँ के मकबरे के समीप दफना दिया गया। बर्नियर ने दारा के साथ हुये इस अपमान जनक हुए व्यवहार का प्रत्यक्षदर्शी गवाह था।” उसने आगे लिखा कि - “विशाल भीड़ एकत्रित थी, सर्वत्र मैने लोगों को रोते बिलखते तथा दारा के भाग्य पर शोक प्रकट करते हुये देखा।
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