5 साल का कारावास या जुर्माना या दोनों
7 साल का कारावास या जुर्माना या दोनों
10 साल का कारावास या जुर्माना या दोनों
मृत्युदण्ड या आजीवन कारावास
धारा 305 » शिशु या उन्मत्त व्यक्ति की आत्महत्या का दुष्प्रेरण
हममें से बहुत से लोगों ने कही न कही सुना होगा अथवा देखा भी होगा कि कोई व्यक्ति (नाबालिग, उन्मत्त, भ्रांतचित्त, मूर्ख व्यक्ति, या कोई नशे की अवस्था) व्यक्ति जब आत्महत्या करता है,
जिसमें सत्र न्यायालय द्वारा विवेकानुसार मृत्युदण्ड या आजीवन कारावास या दस वर्ष तक कारावास और आर्थिक दण्ड या दोनो के उत्तरदायी होंगे। यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।
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