धारा 321
धारा 322
धारा 323
धारा 324
साधारण मारपीट पर मामला पर धारा 323 » जानबूझ कर स्वेच्छा से किसी को चोट पहुँचाने के लिए दण्ड
अगर कोई व्यक्ति किसी के साथ साधारण मारपीट (थप्पड़ मारना) करता है, तो ऐसी दशा में पुलिस मामला दर्ज करने से कतराती है। लेकिन न्यायालय के डर से पुलिस साधारण मारपीट का भी केस आईपीसी की धारा 323 के अंतर्गत दर्ज कर लेती है।
IPC की धारा 323 के तहत दर्ज हुए केस पर (धारा 334 के मामले को छोड़कर) एक साल तक का सश्रम कारावास या एक हजार रुपये जुर्माना या फिर दोनों से दंडित किया जा सकता है।
आईपीसी धारा 321 » स्वेच्छया उपहति कारित करना।
आईपीसी धारा 322 » स्वेच्छया घोर उपहतिकारित करना।
साधारण मारपीट पर मामला पर धारा 323 » जानबूझ कर स्वेच्छा से किसी को चोट पहुँचाने के लिए दण्ड।
घातक हथियारों से हमला पर धारा 324 » खतरनाक आयुधों या साधनों द्वारा स्वेच्छया उपहति कारित करना।
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