6 माह का कारावास
1 साल का कारावास
2 साल का कारावास
3 साल का कारावास
धारा 337 » ऐसे कार्य द्वारा उपहति करना, जिससे दूसरों का जीवन या वैयक्तिक क्षेम संकटापन्न हो अगर हादसे से कोई जख्मी हो जाए, तो पुलिस आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा-337 (जीवन को खतरे में डालने वाला जख्म) और आईपीसी की धारा-338 (जीवन को खतरे में डालने वाला गंभीर जख्म) के तहत केस बनाती है। धारा-337 में दोषी पाए जाने पर अधिकतम 6 महीने की कैद, जबकि धारा-338 के तहत अधिकतम 2 साल कैद की सजा का प्रावधान है।
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