धारा 339
धारा 340
धारा 341
धारा 342
धारा 341 - {सदोष अवरोध के लिए दण्ड}
आईपीसी की यह धारा अधिकतर आपराधिक मामलों में, दूसरी धाराओं के साथ में लगाई जाती है क्योंकि जब भी रास्ते में कोई अपराध होगा तो अपराधी पहले पीड़ित को अवरोधित करेगा तब अपराध करेगा।
इस धारा का अधिकतर प्रयोग छेड़छाड़, मार-पीट, छिना-झपटी इत्यादि मामलों में होता है।
सजा- इस अपराध के लिए 1 माह की कारावास या 500 रु.का जुर्माना या दोनो से दाण्डित किया जा सकता है।
धारा 339 - {सदोष अवरोध का अपराध}
धारा 340 - {सदोष परिरोध का अपराध}
धारा 341 - {सदोष अवरोध के लिए दण्ड}
धारा 342 - {सदोष परिरोध के लिए दण्ड}
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