बल प्रयोग का
आपराधिक बल प्रयोग का
हमला का
यौन उत्पीड़न का
धारा 351 → हमला
मानव शरीर पर होने वाला सबसे छोटा अपराध है, हमला(Assault)
यह तुरंत ही प्रभावी होता है जैसे कोई व्यक्ति किसी को मारने के लिए मुक्का उठा लेता है और वह मारने ही वाला होता है, यहाँ पर जिस व्यक्ति ने मुक्का उठाया है वह हमले के अपराध का दोषी होगा।
जरूरी नहीं है कि वह अन्य व्यक्ति को मरेगा तभी अपराध होगा। सिर्फ हमला मात्र करना अपराध होता है।
नोट→ भविष्य में क्षति करने की धमकी देना हमला का अपराध नहीं होता है न ही धमकी वाले शब्दों को बोलना हमले का अपराध होता है। जब तक हाव भाव में आकर कोई सामान्य बल का प्रयोग नहीं किया गया हो।
Post your Comments