धारा 403
धारा 402
धारा 401
धारा 400
धारा 403 → सम्पत्ति का बेईमानी से गबन / दुरुपयोग
जो भी कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के साथ बेईमानी से किसी ऐसी चीज जो कि कह सकते हैं की चल सम्पत्ति को चुपचाप से मालिक के बिना खबर के दुरुपयोग करेगा या
फिर उसको अपने कार्य के लिए उपयोग मे इस्तेमाल करेगा, तो ऐसे में किसी और के चीज को अपना समझ कर उसका दुरुपयोग करना उसी को गबन कहते हैं।
सज़ा » अगर ऐसी स्थिति में कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे दो वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दण्ड, या फिर दोनों से भी दण्डित किया जा सकता है।
उदाहरण →
अगर कोई व्यक्ति जोकि किसी बैंक में कैसियर के पद पर कार्यरत है और उसका काम बैंक में पैसा जमा करना है। अगर वह व्यक्ति कुछ पैसे बैंक में जमा करने की वजह अपने घर ले आता है और उन पैसों को अपने किसी निजी काम के लिए इस्तेमाल करता है। तो वह एक गबन कहलाया जाएगा।
क को राजमार्ग पर एक रुपया पडा मिलता है। यह न जानते हुए कि वह रुपया किसका है क उस रुपए को उठा लेता है। यहां क ने इस धारा में परिभाषित अपराध नहीं किया है।
क को सड़क पर एक चिट्ठी पड़ी मिलती है, जिसमें एक बैंक नोट है। उस चिट्ठी में दिए हुए निर्देश और विषय वस्तु से उसे यह ज्ञात हो जाता है कि वह नोट किसका है। वह उस नोट का विनियोग कर लेता है। वह इस धारा के अधीन अपराध का दोषी है।
400 – डाकुओं की टोली का होने के लिए दण्ड
401 – चोरों के गिरोह का होने के लिए दण्ड
402 – डकैती करने के प्रयोजन से एकत्रित होना
403 – सम्पत्ति का बेईमानी से गबन / दुरुपयोग
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