धारा 388
धारा 387
धारा 386
धारा 385
धारा 388 आईपीसी » मृत्यु या आजीवन कारावास, आदि से दंडनीय अपराध का अभियोग लगाने की धमकी देकर उद्यापन
अक्सर हम कहते हैं, कि यह कलयुग है और कलयुग में भाई-भाई का नहीं है, और कोई भी रिश्ता रिश्ते जैसा नहीं रह गया है,
आज के समय में अपराधों ने भी एक गंभीर रूप धारण कर लिया है। क्योंकि आजकल आपने देखा होगा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति को ब्लैकमेल करने लग जाता है, या फिर किसी गलत आरोप में फंसाने की धमकी देता है, जान से मार डालने की धमकी देता है। एक व्यक्ति द्वारा व्यक्ति इस तरह के झूठे आरोप लगाने वाले व्यक्ति पर आईपीसी की धारा 388 लगाई जाती है।
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