कथन 1 और 2 सही है
कथन 2 और 3 सही है
कथन 1 और 3 सही है
कथन 1, 2 और 3 सही है
धारा 431 » "लोक सड़क, पुल, नदी या जलसरणी को क्षति पहुंचाकर रिष्टि"
अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर कर निम्न कृत्य करता है →
1. किसी सार्वजनिक सड़क को बीच में से काट देना या क्षतिग्रस्त करना।
2. किसी तरह की पाइपलाइन को तोड़ देना या क्षतिग्रस्त कर देना।
3. नदी या बांध को क्षतिग्रस्त करना।
नोट » यदि किसी व्यक्ति ने अपने वैधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए सद्भावना से सड़क को कुछ समय के लिए रोक लगा दी है, तब ऐसे व्यक्ति पर यह धारा लागू नहीं होगी।
भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 431 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान →
इस धारा के अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं है। यह अपराध संज्ञेय एवं जमानतीय अपराध होते हैं, इनकी सुनवाई प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा की जाती हैं।
सजा » पांच वर्ष के लिए कारावास या जुर्माना या दोनो से दण्डित किया जा सकता है।
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